दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का खतरा एक गंभीर चुनौती बनकर उभरा है, जिसमें हाल की भारी बारिश और यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर चिंताजनक है।
## मौजूदा हालात
सोमवार शाम भारी बारिश के बाद दिल्ली में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे यमुना के डूब क्षेत्र में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) को मंगलवार शाम से बंद करने का आदेश दिया है। नोएडा और गाजियाबाद जैसे इलाके भी इस खतरे की चपेट में हैं।

## बाढ़ के कारण
दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ की मुख्य वजहें हैं—
– सामान्य से अत्यधिक बारिश, जिसके चलते अगस्त 2025 में 399.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जो पिछले 15 वर्षों का रिकॉर्ड है।
– हथिनीकुंड बैराज से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे यमुना नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
– शहरी क्षेत्रों में जल निकासी की कमी और अव्यवस्थित शहरीकरण के कारण जलभराव की समस्या गंभीर हो गई है।
## प्रशासनिक तैयारियां
दिल्ली सरकार, बाढ़ नियंत्रण विभाग और मौसम विभाग लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। यमुना के निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है। बाढ़ नियंत्रण रूम और नगर निगम प्रशासन ने राहत कार्य व निकालने की योजना बनाई है।
## नागरिकों के लिए सुझाव
– बारिश में फिसलन भरी सड़क पर वाहन सावधानी से चलाएं।
– ओवरफ्लो पुलों और जलमग्न अंडरपास से बचें।
– सरकारी एडवाइजरी का पालन करें और सतर्क रहें।
दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ का खतरा केवल प्राकृतिक आपदा ही नहीं, बल्कि शहरी नियोजन और जलवायु परिवर्तन की चुनौती भी है। प्रशासन की मुस्तैदी के साथ नागरिकों को भी सतर्क होकर कदम उठाने होंगे, तभी इस संकट से कुशलतापूर्वक निपटा जा सकेगा
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