*हर्षोंल्लास के साथ मनाई गई महर्षि वाल्मीकि जयन्ती*
*महर्षि वाल्मीकि रचित ‘रामायण’ के अखण्ड रामायण पाठ का हुआ आयोजन* Ghaziabad
*गाजियाबाद।* आदि कवि महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित विश्व प्रसिद्ध कालजयी कृति रामायण महाकाव्य सामाजिक मूल्यों, मानव मूल्यों एवं राष्ट्र मूल्यों की स्थापना का आदर्श है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा अपने ग्रंथ में वर्णित स्थल जिन्हें राम जानकी मार्ग, राम वन गमन मार्ग आदि के रूप में जाना जाता है। ऐसे लगभग 280 स्थल आज भी सम्पूर्ण भारत में विद्यमान हैं। उत्तर प्रदेश में राम-जानकी मार्ग, राम वन गमन मार्ग के अन्तर्गत अनेक स्थल विद्यमान हैं, जहां पर भारतीय संस्कृति के मूल तत्व एवं मान्यताएं आज भी सुरक्षित हैं। शासन द्वारा ऐसे महान महर्षि वाल्मीकि जी की जयन्ती को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके क्रम में गाजियाबाद की पांचों विधानसभाओं लोनी, साहिबाबाद, सदर, मुरादनगर व मोदीनगर में मनाया गया।
इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि से सम्बन्धित स्थल मंदिर आदि पर दीप प्रज्वलन/दीपदान के साथ-साथ अनवरत् 8, 12 अथवा 24 घंटे का वाल्मीकि रामायण का पाठ कार्यक्रम किये गये। इसके साथ ही जनपद में जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तर में कार्यक्रमों को सम्पन्न कराया गया। प्रत्येक आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेयजल, सुरक्षा, ध्वनि, प्रकाश एवं दरी बिछावन आदि की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा ससमय सुनिश्चित की रही। गायक कलाकारों तथा भजन मण्डलियों का द्वारा हर्षोंल्लास के साथ कार्यक्रमों को सम्पन्न कराया गया।
इस अवसर पर पर्यटन अधिकारी श्री सुरेश रावत ने जानकारी दी कि जिला पर्यटन एंव संस्कृति परिषद, गाजियाबाद द्वारा महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण अखण्ड ‘पाठ का आयोजन वाल्मीकि मन्दिर पटेल मार्ग व वाल्मिकी पार्क नवयुग मार्केट गाजियाबाद में कराया गया।
