दिल्ली‑एनसीआर में आज भी अस्थिर मौसम का गोदाम बना हुआ है। नोएडा और गाज़ियाबाद में तेज झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के कई हिस्सों में भारी बारिश के मद्देनजर ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया है, जिससे सतर्कता का स्तर सर्वोच्च हो गया है।
पानी की भीषण तबाही: नोएडा‑गाज़ियाबाद में हालात
गाज़ियाबाद में केवल चार घंटे में 100 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे डीएम कार्यालय, कई आवासीय इलाके जैसे शास्त्री नगर, कवि नगर और गोविंदपुरी जलमग्न हो गए । इंदिरापुरम और वाइशाली समेत कई स्थानों पर जलभराव ने आवागमन को ठप्प कर दिया । नाला जाम और सीवेज मिली बारिश से स्वास्थ्य संकट भी उत्पन्न हो गया है ।
नोएडा में भी हालात बेकाबू हैं। सेक्टर 19 समेत कई क्षेत्रों में घरों में पानी घुस गया, लोग समाजों के निचले हिस्सों से होकर चलने को मजबूर हो गए। प्रमुख चौराहे जैसे फिल्म सिटी, सेक्टर 18 आदि पर यातायात ठप हो गया है ।
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान पार
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे की सीमा पार कर गया है—पुल के पास 205.75 मीटर दर्ज किया गया, जो危险 स्तर 205.33 मीटर से ऊपर है। इसकी वजह से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, विशेषकर नीचले इलाकों में ।
IMD की एडवाइजरी और अलर्ट
IMD ने ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए कहा है कि अगले 24 घंटे में कई हिस्सों में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है, जिसमें बिजली और वज्रपात की संभावना शामिल है ।
दिल्ली‑एनसीआर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है—गाज़ियाबाद में सभी स्कूल (नर्सरी से कक्षा 12 तक) बंद रहे, जबकि जम्मू डिवीजन और कई इलाकों में भी इसी प्रकार की पाबंदी लागू रही ।
इसके अलावा गुड़गांव (गुड़गाँव) में भारी जलजमाव और लगभग 7 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम बन चुका है। लेकिन सोशल मीडिया पर नोएडा और गुड़गाँव की तुलना हरInfrastructure दृष्टिकोण से हो रही है—जहाँ नोएडा बेहतर रहा, वहीं गुड़गाँव की तैयारी पर सवाल उठ रहे हैं ।
आज का मौसम (NHIMD की रिपोर्ट)
वर्तमान में दिल्ली‑एनसीआर में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे और आसमान बादलों से ढका हुआ है। मौसम विभाग ने आगे बारिश की संभावना जताई है, साथ ही अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील की है ।
निष्कर्ष
दिल्ली‑एनसीआर में आज का दिन बाढ़ और बारिश के प्रकोप के बीच गुज़र रहा है। गाज़ियाबाद में भारी जलभराव, नोएडा में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यमुना नदी का खतरे का निशान पार करना प्रशासन और नागरिक दोनों के लिए चिंता का विषय है। स्कूलों की बंदी, यातायात जाम और ज़रूरी सेवा बाधित होते देख, ऐसे मौसम में नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। IMD द्वारा जारी ‘रेड अलर्ट’ और प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा उपायों का पालन ही सुरक्षित रहना सुनिश्चित कर सकता है।
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